[ एजेंसी | मुंबई ] एक्सिस बैंक ने अलग-अलग मैच्योरिटी वाले फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) के इंटरेस्ट रेट में 0.25 फीसदी की कटौती कर दी है। रिजर्व बैंक ने करीब एक पखवाड़ा पहले रेपो रेट में कटौती का ऐलान किया था। इसके बाद एफडी के रेट्स घटाने वाला एक्सिस बैंक पहला बड़ा बैंक बन गया है। एक्सिस बैंक प्राइवेट सेक्टर की तीसरा सबसे बड़ा बैंक है। बैंक के एक अधिकारी ने बताया कि 18 से 36 महीने वाले एफडी के इंटरेस्ट रेट्स में 0.25 फीसदी की कमी की गई है। ठीक इसी तरह 18 महीने तक के एफडी के रेट्स 0.15 फीसदी घटाकर 8.50 फीसदी कर दिया गया। 1 करोड़ रुपये से कम के एफडी के इंटरेस्ट रेट में कटौती का यह फैसला इस साल 11 मार्च से लागू होगा। आमतौर पर एफडी के इंटरेस्ट रेट घटाने के मायने इस बात से निकाले जाते हैं कि उसके बाद लोन की ब्याज दरों में भी कमी आएगी। पर्याप्त लिक्वडिटी होने और कर्ज की डिमांड कम होने की वजह से पिछले साल एक्सिस बैंक सहित कुछ दूसरे बैंकों ने अपने बेस रेट में 0.10 फीसदी की कटौती की थी। यह ध्यान देने की बात है कि अभी तक महंगाई को लेकर सख्त रवैया रखने वाले आरबीआई ने हाल ही में रेट कट करके सबको चौंका दिया है। आरबीआई ने इस साल जनवरी में रेपो रेट 0.25 फीसदी घटाया और फिर 4 मार्च को भी इसमें कटौती की। आरबीआई के इस कदम से साफ है कि वह बजट में उठाए गए कदमों से संतुष्ट है। हालिया कटौती के बाद रेपो रेट 7.75 फीसदी हो गया है। बैंक इसी रेट पर आरबीआई से ओवरनाइट लोन लेते हैं। जहां बैंकों का दावा है कि पॉलिसी की घोषणाओं को एक्चुअल लेंडिंग रेट्स में लागू करने में वक्त लगता है। आरबीआई इस बात पर नाराजगी जताई है कि बैंक रेट्स में कटौती का फायदा कस्टमर तक नहीं पहुंचा रहे हैं। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने यह संकेत दिया है कि मार्च अंत तक कर्ज की ब्याज दरों में कटौती करना काफी मुश्किल होगा। आमतौर पर यह कर्ज लेने के लिहाज से बिजी सीजन होता है। इस महीने की शुरुआत में एचडीएफसी बैंक ने 1 करोड़ रुपये से लेकर 5 करोड़ रुपये तक के बल्ट डिपॉजिट पर इंटरेस्ट रेट्स में 0.25 फीसदी कटौती का ऐलान किया था।
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