नई दिल्ली
बॉस और सहकर्मियों के साथ अपने संबंध सामान्य बनाए रखने के लिए कौशल और कोशिश की जरूरत होती है। अगर इस रिश्ते के बीच में पैसा आता है तो इससे वर्कप्लेस पर संतुलन को नुकसान हो सकता है। पैसा उधार देना कभी भी अच्छा नहीं होता। सहकर्मियों के संबंध में तो इससे हमेशा बचना चाहिए। अगर आपके बॉस को वित्तीय मदद की जरूरत है तो स्थिति और जटिल हो सकती है और अगर वह रकम नहीं लौटाते तो यह बुरी बन सकती है। क्या आपको अपनी रकम भूल जानी चाहिए या उसे हासिल करने का एक तरीका खोजना चाहिए? इनमें से किसी को चुनने से पहले, निम्नलिखित पर विचार करें:
अगर आपने पहले ही उधार दिया है और आपको यह वापस नहीं मिला है तो ऐसा हो सकता है कि उधार लेने वाला इसे भूल गया हो। ऐसी स्थिति में उसे याद दिलाया जा सकता है। अगर ऐसा नहीं होता तो इन पर विचार करें:
1. बहुत अधिक इंतजार न करें
अगर सहकर्मी ने अगला वेतन मिलने पर रकम लौटाने का वादा किया है, तो इंतजार करें। अगर कोई अवधि तय नहीं है तो सक्रिय हो जाएं और व्यक्ति को याद दिलाने में बहुत अधिक समय न लगाएं। आप जितना अधिक इंतजार करेंगे, रकम न मिलने की आशंका उतनी ही बढ़ जाएगी। इसके अलावा समय बीतने के साथ सहकर्मी के साथ आपका संबंध भी खराब हो सकता है।
2. निवेदन को संक्षिप्त रखें
एक विस्तृत निवेदन तैयार करना, एक लंबी मेल लिखना या एक वॉट्सऐप मैसेज भेजना ठीक नहीं होगा। इसका एक आसान तरीका सहकर्मी से मिलकर इस बारे में बात करना है। इसके लिए टकराव वाली स्थिति से बचें और उन्हें उधार के बारे में याद दिलाने के लिए आप कह सकते हैं, 'मैं केवल यह जानना चाहता था कि आप कब रकम लौटाने की योजना बना रहे हैं।' एक या दो महीने जैसे अस्पष्ट वादों को स्वीकार न करें। सहकर्मी से एक तिथि बताने के लिए कहें। अगर वह उस पर रकम नहीं लौटाता तो उसे दोबारा याद दिलाएं।
3. वापसी की आसान राह बनाएं
ऐसा संभव है कि सहकर्मी को वास्तव में कोई समस्या हो और एकमुश्त रकम लौटाना उसके लिए मुश्किल हो रहा हो। ऐसी स्थिति में आप उन्हें कुछ महीनों के अंदर किस्तों में रकम लौटाने की सुविधा दे सकते हैं। इसके अलावा आप उन्हें उधार के बदले आपको घर छोड़ने या आपकी किसी खरीदारी का भुगतान करने का विकल्प भी दे सकते हैं।
4. अपनी जरूरत सामने रखें
अगर आपको रकम की जल्द आवश्यकता है तो इस बारे में सहकर्मी को बताएं। इसके लिए आप उससे सीधे बात कर सकते हैं। सहकर्मी पर अतिरिक्त दबाव डालने के लिए आप उसे सार्वजनिक तौर पर भी उधार लौटाने की याद दिला सकते हैं।
बॉस और सहकर्मियों के साथ अपने संबंध सामान्य बनाए रखने के लिए कौशल और कोशिश की जरूरत होती है। अगर इस रिश्ते के बीच में पैसा आता है तो इससे वर्कप्लेस पर संतुलन को नुकसान हो सकता है। पैसा उधार देना कभी भी अच्छा नहीं होता। सहकर्मियों के संबंध में तो इससे हमेशा बचना चाहिए। अगर आपके बॉस को वित्तीय मदद की जरूरत है तो स्थिति और जटिल हो सकती है और अगर वह रकम नहीं लौटाते तो यह बुरी बन सकती है। क्या आपको अपनी रकम भूल जानी चाहिए या उसे हासिल करने का एक तरीका खोजना चाहिए? इनमें से किसी को चुनने से पहले, निम्नलिखित पर विचार करें:
- उसी रकम की पेशकश करें जो आप अपनी जरूरत के बाद देने की क्षमता रखते हैं और उसे भूल जाने के लिए तैयार हैं क्योंकि इसके वापस न मिलने की आशंका अधिक होगी।
- किसी सहकर्मी को तभी पैसा दें, जब वह वास्तव में वित्तीय मुश्किल में हो। अगर वह इसे बिना जरूरत वाले खर्च के लिए चाहता है तो उधार देने से बचें।
- यह देखें कि सहकर्मी को कहीं उधार लेने की आदत तो नहीं है और उसने अन्य सहकर्मियों से भी उधार तो नहीं मांगा है। ऐसा होने पर उसे पैसा न दें।
- अगर बॉस के साथ आपका संबंध अच्छा नहीं है तो उधार देने के दबाव में न आएं क्योंकि इसके वापस मिलने की संभावना कम होगी। हालांकि, आप उधार देने से बचने के लिए किसी व्यक्तिगत मुश्किल जैसा कारण बता सकते हैं।
अगर आपने पहले ही उधार दिया है और आपको यह वापस नहीं मिला है तो ऐसा हो सकता है कि उधार लेने वाला इसे भूल गया हो। ऐसी स्थिति में उसे याद दिलाया जा सकता है। अगर ऐसा नहीं होता तो इन पर विचार करें:
1. बहुत अधिक इंतजार न करें
अगर सहकर्मी ने अगला वेतन मिलने पर रकम लौटाने का वादा किया है, तो इंतजार करें। अगर कोई अवधि तय नहीं है तो सक्रिय हो जाएं और व्यक्ति को याद दिलाने में बहुत अधिक समय न लगाएं। आप जितना अधिक इंतजार करेंगे, रकम न मिलने की आशंका उतनी ही बढ़ जाएगी। इसके अलावा समय बीतने के साथ सहकर्मी के साथ आपका संबंध भी खराब हो सकता है।
2. निवेदन को संक्षिप्त रखें
एक विस्तृत निवेदन तैयार करना, एक लंबी मेल लिखना या एक वॉट्सऐप मैसेज भेजना ठीक नहीं होगा। इसका एक आसान तरीका सहकर्मी से मिलकर इस बारे में बात करना है। इसके लिए टकराव वाली स्थिति से बचें और उन्हें उधार के बारे में याद दिलाने के लिए आप कह सकते हैं, 'मैं केवल यह जानना चाहता था कि आप कब रकम लौटाने की योजना बना रहे हैं।' एक या दो महीने जैसे अस्पष्ट वादों को स्वीकार न करें। सहकर्मी से एक तिथि बताने के लिए कहें। अगर वह उस पर रकम नहीं लौटाता तो उसे दोबारा याद दिलाएं।
3. वापसी की आसान राह बनाएं
ऐसा संभव है कि सहकर्मी को वास्तव में कोई समस्या हो और एकमुश्त रकम लौटाना उसके लिए मुश्किल हो रहा हो। ऐसी स्थिति में आप उन्हें कुछ महीनों के अंदर किस्तों में रकम लौटाने की सुविधा दे सकते हैं। इसके अलावा आप उन्हें उधार के बदले आपको घर छोड़ने या आपकी किसी खरीदारी का भुगतान करने का विकल्प भी दे सकते हैं।
4. अपनी जरूरत सामने रखें
अगर आपको रकम की जल्द आवश्यकता है तो इस बारे में सहकर्मी को बताएं। इसके लिए आप उससे सीधे बात कर सकते हैं। सहकर्मी पर अतिरिक्त दबाव डालने के लिए आप उसे सार्वजनिक तौर पर भी उधार लौटाने की याद दिला सकते हैं।
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