नई दिल्ली
गोल्ड ईटीएफ सोने में निवेश का वह माध्यम है, जिसे आप डिमैटिरियलाइज तरीके से करते हैं। इसमें आप डिमैट अकाउंट के जरिए स्टॉक्स की खरीद की तरह ही ट्रे़डिंग करते हैं। सोने की सुरक्षा और क्वॉलिटी में कमी जैसी समस्याओं को देखते हुए निवेश का यह माध्यम बीते कुछ सालों में काफी लोकप्रिय हुआ है। जानें, गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के क्या हैं फायदे...
आसान ट्रेडिंग: गोल्ड ETF में ट्रेडिंग के लिए इन्वेस्टर को कम से कम गोल्ड की एक यूनिट की खरीद करनी होती है। इसकी मात्रा कम से कम 1 ग्राम के बराबर होनी चाहिए। इन यूनिट्स की खरीद और बिक्री इक्विटीज की तरह ही होती है। फंड मैनेजर और स्टॉक ब्रोकर के जरिए भी इसमें निवेश किया जा सकता है।
सरल ट्रांजैक्शन: गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स से कोई भी निवेशक बेहद आसानी से सोने की खरीद और बिक्री कर सकता है। सिर्फ यह ध्यान रखने की जरूरत होती है कि स्टॉक एक्सचेंज खुला हो। आप देश के किसी भी हिस्से से इसकी खरीद कर सकते हैं। इस पर जीएसटी नहीं लगता।
खुला ट्रेड: स्टॉक एक्सचेंज पर पब्लिकली गोल्ड की कीमतें दिखाई जाती हैं। कोई भी आज के सोने की कीमत चेक कर सकते है।
छोटी पूंजी भी चलेगी: यदि आपके पास निवेश के लिए कम रकम है तब भी आप इसमें निवेश कर सकते हैं। इसकी वजह यह है कि आप इसमें 1 ग्राम सोने से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
टैक्स बेनिफिट: यदि आप एक साल से कम वक्त के भीतर ही गोल्ड ETF बेच देते हैं तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स नहीं लगेगा। इसके अलावा कोई सिक्यॉरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स या वेल्थ टैक्स भी नहीं लगता।
सुरक्षित निवेश: फिजिकल गोल्ड की सुरक्षा भी आज के दौर में एक अहम चिंता है। ऐसे में यह स्टोरेज के संकट से मुक्ति दिलाता है।
कम उतार-चढ़ाव: स्टॉक मार्केट की तरह सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव भी बहुत तेजी से नहीं होता।
गोल्ड ईटीएफ सोने में निवेश का वह माध्यम है, जिसे आप डिमैटिरियलाइज तरीके से करते हैं। इसमें आप डिमैट अकाउंट के जरिए स्टॉक्स की खरीद की तरह ही ट्रे़डिंग करते हैं। सोने की सुरक्षा और क्वॉलिटी में कमी जैसी समस्याओं को देखते हुए निवेश का यह माध्यम बीते कुछ सालों में काफी लोकप्रिय हुआ है। जानें, गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के क्या हैं फायदे...
आसान ट्रेडिंग: गोल्ड ETF में ट्रेडिंग के लिए इन्वेस्टर को कम से कम गोल्ड की एक यूनिट की खरीद करनी होती है। इसकी मात्रा कम से कम 1 ग्राम के बराबर होनी चाहिए। इन यूनिट्स की खरीद और बिक्री इक्विटीज की तरह ही होती है। फंड मैनेजर और स्टॉक ब्रोकर के जरिए भी इसमें निवेश किया जा सकता है।
सरल ट्रांजैक्शन: गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स से कोई भी निवेशक बेहद आसानी से सोने की खरीद और बिक्री कर सकता है। सिर्फ यह ध्यान रखने की जरूरत होती है कि स्टॉक एक्सचेंज खुला हो। आप देश के किसी भी हिस्से से इसकी खरीद कर सकते हैं। इस पर जीएसटी नहीं लगता।
खुला ट्रेड: स्टॉक एक्सचेंज पर पब्लिकली गोल्ड की कीमतें दिखाई जाती हैं। कोई भी आज के सोने की कीमत चेक कर सकते है।
छोटी पूंजी भी चलेगी: यदि आपके पास निवेश के लिए कम रकम है तब भी आप इसमें निवेश कर सकते हैं। इसकी वजह यह है कि आप इसमें 1 ग्राम सोने से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
टैक्स बेनिफिट: यदि आप एक साल से कम वक्त के भीतर ही गोल्ड ETF बेच देते हैं तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स नहीं लगेगा। इसके अलावा कोई सिक्यॉरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स या वेल्थ टैक्स भी नहीं लगता।
सुरक्षित निवेश: फिजिकल गोल्ड की सुरक्षा भी आज के दौर में एक अहम चिंता है। ऐसे में यह स्टोरेज के संकट से मुक्ति दिलाता है।
कम उतार-चढ़ाव: स्टॉक मार्केट की तरह सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव भी बहुत तेजी से नहीं होता।
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