शिल्पी सिन्हा, मुंबई
लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों ने फिक्स्ड इनकम प्रॉडक्ट्स की यील्ड में आई कमी के चलते ग्रुप इंश्योरेंस स्कीमों पर दिया जाने वाला रिटर्न घटा दिया है। दरअसल यील्ड में आई गिरावट के चलते इंश्योरेंस कंपनियों के लिए ज्यादा रेट देते रहना फायदेमंद नहीं रह गया है। ज्यादातर इंश्योरेंस कंपनियां ग्रुप फंड पर लगभग 9 प्रतिशथ रिटर्न ऑफर करती रही हैं जो अब घटकर 7.25-8 प्रतिशत रह गया है। बीमा कंपनियों को ग्रुप फंड्स पर दिए जानेवाले रिटर्न के बारे में पहले ही बता देना होता है। बीमा कंपनियां 60 प्रतिशत निवेश सरकारी सिक्यॉरिटीज में करती हैं और बाकी रकम कॉर्पोरेट बॉन्ड्स और दूसरी सिक्यॉरिटीज में डालती हैं।
10 साल के बेंचमार्क सरकारी बॉन्ड की यील्ड इस फाइनैंशल इयर में अब तक लगभग 56 बेसिस पॉइंट्स की गिरावट के साथ 6.85 प्रतिशत पर आ गई है। आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस के सीआईओ अनीश श्रीवास्तव कहते हैं, 'यील्ड में खासी गिरावट आई है और अब ज्यादा गेन हासिल करना मुश्किल हो गया है। ऐसे में ज्यादा रिटर्न ऑफर करना मुश्किल होगा।'
आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस ग्रुप फंड्स पर लगभग 8-8.1 प्रतिशत रिटर्न ऑफर कर ही है। पिछले साल यह ग्रुप फंड्स पर 9 प्रतिशत गारंटीड रिटर्न ऑफर कर रही थी। इंडिया फर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर ए के श्रीधर के मुताबिक, 'ग्रुप फंड पर मिलनेवाले रिटर्न में 90 बेसिस पॉइंट्स से ज्यादा गिरावट आई है। कंपनियां आमतौर पर बेंचमार्क सरकारी सिक्यॉरिटी के ऊपर 50-75 बेसिस पॉइंट से ज्यादा ऑफर करने की स्थिति में नहीं होती हैं।'
रेग्युलेशंज के मुताबिक इंश्योरेंस कंपनियों को गारंटीड रिटर्न पॉलिसी में पहले ही बताना होता है कि वे ग्रुप फंड पर कितना रिटर्न ऑफर करेंगी। कुछ बीमा कंपनियां ग्रुप प्लेटफॉर्म पर यूलिप ऑफर कर रही हैं। श्रीवास्तव कहते हैं, 'रेट अट्रैक्टिव नहीं होने पर फंड यूलिप की तरफ शिफ्ट हो जाते हैं।' 31 दिसंबर 2016 को टोटल ग्रुप फंड 71,172 करोड़ रुपये का था। ग्रुप इंश्योरेंस बिजनस में 80 प्रतिशत मार्केट शेयर लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन और बाकी हिस्सा निजी बीमा कंपनियों के पास है। इस सेगमेंट की सबसे बड़ी प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों में HDFC लाइफ और SBI लाइफ शामिल हैं। पिछले साल अप्रैल से दिसंबर तक इंडस्ट्री के ग्रुप इंश्योरेंस की प्रीमियम इनकम 29 प्रतिशत बढ़कर 71,172 करोड़ हो गई थी। ग्रुप इंश्योरेंस एक तरह का बीमा है जो लोगों के समूह को कवर मुहैया कराता है।
लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों ने फिक्स्ड इनकम प्रॉडक्ट्स की यील्ड में आई कमी के चलते ग्रुप इंश्योरेंस स्कीमों पर दिया जाने वाला रिटर्न घटा दिया है। दरअसल यील्ड में आई गिरावट के चलते इंश्योरेंस कंपनियों के लिए ज्यादा रेट देते रहना फायदेमंद नहीं रह गया है। ज्यादातर इंश्योरेंस कंपनियां ग्रुप फंड पर लगभग 9 प्रतिशथ रिटर्न ऑफर करती रही हैं जो अब घटकर 7.25-8 प्रतिशत रह गया है। बीमा कंपनियों को ग्रुप फंड्स पर दिए जानेवाले रिटर्न के बारे में पहले ही बता देना होता है। बीमा कंपनियां 60 प्रतिशत निवेश सरकारी सिक्यॉरिटीज में करती हैं और बाकी रकम कॉर्पोरेट बॉन्ड्स और दूसरी सिक्यॉरिटीज में डालती हैं।
10 साल के बेंचमार्क सरकारी बॉन्ड की यील्ड इस फाइनैंशल इयर में अब तक लगभग 56 बेसिस पॉइंट्स की गिरावट के साथ 6.85 प्रतिशत पर आ गई है। आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस के सीआईओ अनीश श्रीवास्तव कहते हैं, 'यील्ड में खासी गिरावट आई है और अब ज्यादा गेन हासिल करना मुश्किल हो गया है। ऐसे में ज्यादा रिटर्न ऑफर करना मुश्किल होगा।'
आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस ग्रुप फंड्स पर लगभग 8-8.1 प्रतिशत रिटर्न ऑफर कर ही है। पिछले साल यह ग्रुप फंड्स पर 9 प्रतिशत गारंटीड रिटर्न ऑफर कर रही थी। इंडिया फर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर ए के श्रीधर के मुताबिक, 'ग्रुप फंड पर मिलनेवाले रिटर्न में 90 बेसिस पॉइंट्स से ज्यादा गिरावट आई है। कंपनियां आमतौर पर बेंचमार्क सरकारी सिक्यॉरिटी के ऊपर 50-75 बेसिस पॉइंट से ज्यादा ऑफर करने की स्थिति में नहीं होती हैं।'
रेग्युलेशंज के मुताबिक इंश्योरेंस कंपनियों को गारंटीड रिटर्न पॉलिसी में पहले ही बताना होता है कि वे ग्रुप फंड पर कितना रिटर्न ऑफर करेंगी। कुछ बीमा कंपनियां ग्रुप प्लेटफॉर्म पर यूलिप ऑफर कर रही हैं। श्रीवास्तव कहते हैं, 'रेट अट्रैक्टिव नहीं होने पर फंड यूलिप की तरफ शिफ्ट हो जाते हैं।' 31 दिसंबर 2016 को टोटल ग्रुप फंड 71,172 करोड़ रुपये का था। ग्रुप इंश्योरेंस बिजनस में 80 प्रतिशत मार्केट शेयर लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन और बाकी हिस्सा निजी बीमा कंपनियों के पास है। इस सेगमेंट की सबसे बड़ी प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों में HDFC लाइफ और SBI लाइफ शामिल हैं। पिछले साल अप्रैल से दिसंबर तक इंडस्ट्री के ग्रुप इंश्योरेंस की प्रीमियम इनकम 29 प्रतिशत बढ़कर 71,172 करोड़ हो गई थी। ग्रुप इंश्योरेंस एक तरह का बीमा है जो लोगों के समूह को कवर मुहैया कराता है।
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