Quantcast
Channel: Mutual Funds in Hindi - म्यूचुअल फंड्स निवेश, पर्सनल फाइनेंस, इन्वेस्टमेंट के तरीके, Personal Finance News in Hindi | Navbharat Times
Viewing all articles
Browse latest Browse all 1906

हेल्थ इंश्योरेंस लेने में सिर्फ प्रीमियम न देखें

$
0
0

[ प्रीति कुलकर्णी ]

अगर आपको यह पता चले कि इंश्योरेंस कंपनी से मेडिकल बिल का रीम्बर्समेंट क्लेम करने में कैशलेस क्लेम सेटलमेंट के मुकाबले आधा पेमेंट ही मिल पाता है तो आप शायद ही रीम्बर्समेंट वाला ऑप्शन लेना चाहेंगे। हालांकि जब पॉलिसी सेलेक्ट करने की बात आती है तो बायर्स के दिमाग में अक्सर ये बातें नहीं आती हैं। इसलिए हमने आपके लिए चेकलिस्ट बनाई है, जिससे हेल्थ इंश्योरेंस लेते वक्त आपको मदद मिलेगी।

आपकी जरूरत

यह जरूरी नहीं कि सबको एक जैसी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी जरूरत हो। आपकी पॉलसी आपकी फैमिली की जरूरत के हिसाब से होनी चाहिए। पॉलिसी की पहचान करने में फैमिली मेंबर्स की संख्या और उनकी उम्र बहुत अहम होती है। मिसाल के तौर पर एक्सपर्ट्स बताते हैं कि यंग कपल वाली फैमिली 5 लाख रुपये के कवर से काम चला सकती है, लेकिन जिस फैमिली में सीनियर सिटीजंस हैं, उसे बड़ा फ्लोटर कवर लेना चाहिए। अगर पैरेंट्स बहुत बूढ़े हों तो उन्हें फ्लोटर प्लान में शामिल करने के बजाय उनके लिए अलग से कवर लेना फायदेमंद होगा। मैटरनिटी कवर वाली हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी चुनते वक्त आपको सावधानी बरतनी चाहिए। अगर आप दो साल के भीतर फैमिली बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं तो बिना मैटरनिटी कवर वाली पॉलिसी लेना बेहतर होगा, क्योंकि उसमें वेटिंग पीरियड लंबा होता है और पॉलिसी प्रीमियम लगभग दोगुना होता है।

लिमिटेशन और एक्सक्लूजन

जब आप अपनी जरूरतों के हिसाब से पॉलिसी चुन लेंगे तो आपको प्लांस की लिमिटेशन और एक्सक्लूजन चेक करना होगा। ज्यादातर बेसिक प्लान में खास तरह के इलाज के लिए सब-लिमिट होती है। मिसाल के लिए, हॉस्पिटल में रूम रेंट की पाबंदी होती है। आमतौर पर पांच लाख रुपये के कवर वाली पॉलिसी में डेली रूम रेंट लिमिट सम एश्योर्ड के 1 पर्सेंट तक हो सकती है। अभी इसमें आपको प्राइवेट रूम मिल सकता है, बशर्ते आप महंगे कॉरपोरेट हॉस्पिटल में नहीं जाते हैं। आपको बिना रूम रेंट सब-लिमिट वाले प्रीमियम वैरिएंट के लिए खर्च बढ़ाने की जरूरत नहीं। वॉन्टेज इंश्योरेंस ब्रोकर्स के सीईओ अरविंद लड्ढा कहते हैं, 'अगर आप बेहतर रूम वाला महंगा हॉस्पिटल चुनते हैं तो रूम रेंट सब-लिमिट वाले प्लान आपके काम के नहीं होंगे।' हेल्थकेयर क्षेत्र में बढ़ती महंगाई को देखते हुए आने वाले वर्षों में रूम रेंट सब-लिमिट कम महंगे हॉस्पिटल में भी कम पड़ने लगेगी। कवरफॉक्सडॉटकॉम के हेल्थ इंश्योरेंस एंड पर्सनल एक्सिडेंट डायरेक्टर महावीर चोपड़ा कहते हैं, 'इन पाबंदियों के साथ प्राइवेट रूम लेना मुश्किल होता जाएगा। रूम रेंट एलिजिबिलिटी से सभी दूसरे खर्च भी जुड़े होते हैं, जिसके चलते आपकी पूरी क्लेम एलिजिबिलिटी भी घट जाती है।'

प्रीमियम और प्लान

एक्सपर्ट्स का कहना है कि सबसे सस्ती पॉलिसी लेने या कई बेनेफिट्स वाली पॉलिसी लेने पर फोकस नहीं करना चाहिए। आपका जोर इस बात पर होना चाहिए कि किससे आपकी जरूरत पूरी हो सकती है। लड्ढा कहते हैं, 'जो बेनेफिट आपके काम कभी नहीं आने वाले हैं, उनके लिए ज्यादा प्रीमियम देने में समझदारी नहीं है।' सिर्फ टैक्स बेनेफिट लेने के मकसद से महंगा कवर लेना भी ठीक नहीं होता।

कैशलेस हॉस्पिटल नेटवर्क

इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मुताबिक, रीम्बर्समेंट सेटलमेंट के मामले में औसत क्लेम पेमेंट कैशलेस क्लेम डिस्बर्सल के मुकाबले करीब आधा होता है। इंश्योरेंस कंपनियां भले ही इसको नकारती हैं, लेकिन आपको इंश्योरेंस कंपनी के उन हॉस्पिटल्स का नेटवर्क चेक करना चाहिए, जो कैशलेस क्लेम सेटलमेंट ऑफर करते हैं। यह जानकारी आमतौर पर इंश्योरेंस कंपनी की वेबसाइट पर होती है। लड्ढा कहते हैं, 'रीम्बर्समेंट रूट आपकी फाइनेंशियल पोजीशन पर प्रेशर बना सकता है। बहुत बुरी हालत में यह आपकी ट्रीटमेंट क्वॉलिटी को भी प्रभावित कर सकता है।' कैशलेस फैसिलिटी चुनने से आप डॉक्युमेंट्स जुटाने और उन्हें इंश्योरेंस कंपनी के पास जमा कराने और फॉलो अप करने की परेशानी से छुटकारा पा जाते हैं।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।


Viewing all articles
Browse latest Browse all 1906

Trending Articles



<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>