योगिमा सरकार, नई दिल्ली
कोरोना वायरस के फैलने से बेरोजगारी की आशंका का सामना कर रहे लाखों लोगों को राहत देने के लिए सरकार अब एंप्लॉयीज स्टेट इंश्योरेंस (ESI) के तहत राहत देने पर विचार कर रही है। इसके लिए ESI के तहत बेरोजगारी लाभ के लिए नियमों में बदलाव किया जा सकता है।
3 महीनों के लिए हो सकता है कोई ऐलान
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने ईटी को बताया लेबर मिनिस्ट्री प्रस्तावित बदलावों पर फाइनैंस मिनिस्ट्री के साथ बातचीत कर रही है और इस बारे में जल्द फैसला किया जा सकता है। इन बदलावों में अंतिम वेतन के 50 पर्सेंट तक देना शामिल हो सकता है। यह लाभ तीन महीनों के लिए मिलेगा। अभी अटल बीमा व्यक्ति कल्याण योजना (ABVKY) के तहत वेतन का 25 पर्सेंट तक मिलता है।
ESI सब्सक्राइबर्स को फायदा!
अधिकारी ने बताया कि जरूरत पड़ने पर इस लाभ की अवधि को बढ़ाया जा सकता है। ABVKY में उन वर्कर्स को बेरोजगारी बीमा मिलता है जो एंप्लॉयीज स्टेट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (ESI) के सब्सक्राइबर हैं। प्रस्तावित योजना में अधिक लोगों तक यह लाभ पहुंचाने के लिए पात्रता की शर्त में छूट देना भी शामिल है। अभी इसके लिए शर्त दो वर्ष तक इंश्योरेंस वाली जॉब की है, जिसे घटाकर 78 दिन किया जा सकता है। अधिकारी ने बताया कि यह लाभ केवल एक बार दिए जाने की शर्त को भी हटाया जा सकता है।
ESIC के करीब 3.19 करोड़ सब्सक्राइबर
फॉर्मल सेक्टर के वर्कर्स के लिए ESI एक सेल्फ-फाइनैंसिंग हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम है और इसका प्रबंधन एंप्लॉयीज स्टेट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (ESIC) करता है। यह कम से कम 10 वर्कर्स वाली फैक्टरियों और प्रतिष्ठानों पर लागू होती है। ESIC के अभी लगभग 3.19 करोड़ सब्सक्राइबर हैं और इसके पास लगभग 91,444 करोड़ रुपये का फंड है। इसमें से लगभग 23,151 करोड़ रुपये रिजर्व फंड के लिए रखे गए हैं।
बड़ी संख्या में वर्कर्स को फायदा
नियमों में बदलाव से बड़ी संख्या में वर्कर्स को फायदा हो सकता है क्योंकि कोरोना वायरस के फैलने के कारण लॉकडाउन से बेरोजगारी बढ़ सकती है। एक अनुमान के अनुसार, कैपिटल गुड्स, टेक्सटाइल्स, सीमेंट, मेटल्स, रबड़ और इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री में लगभग 9 करोड़ नौकरियों का नुकसान हो सकता है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि ESIC सब्सक्राइबर्स एक कमजोर तबका है, संकट के दौर में इसे अधिक मुश्किलें हो सकती हैं। इस वजह से इन वर्कर्स को ऐसे लाभ की जरूरत है।
कोरोना वायरस के फैलने से बेरोजगारी की आशंका का सामना कर रहे लाखों लोगों को राहत देने के लिए सरकार अब एंप्लॉयीज स्टेट इंश्योरेंस (ESI) के तहत राहत देने पर विचार कर रही है। इसके लिए ESI के तहत बेरोजगारी लाभ के लिए नियमों में बदलाव किया जा सकता है।
3 महीनों के लिए हो सकता है कोई ऐलान
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने ईटी को बताया लेबर मिनिस्ट्री प्रस्तावित बदलावों पर फाइनैंस मिनिस्ट्री के साथ बातचीत कर रही है और इस बारे में जल्द फैसला किया जा सकता है। इन बदलावों में अंतिम वेतन के 50 पर्सेंट तक देना शामिल हो सकता है। यह लाभ तीन महीनों के लिए मिलेगा। अभी अटल बीमा व्यक्ति कल्याण योजना (ABVKY) के तहत वेतन का 25 पर्सेंट तक मिलता है।
ESI सब्सक्राइबर्स को फायदा!
अधिकारी ने बताया कि जरूरत पड़ने पर इस लाभ की अवधि को बढ़ाया जा सकता है। ABVKY में उन वर्कर्स को बेरोजगारी बीमा मिलता है जो एंप्लॉयीज स्टेट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (ESI) के सब्सक्राइबर हैं। प्रस्तावित योजना में अधिक लोगों तक यह लाभ पहुंचाने के लिए पात्रता की शर्त में छूट देना भी शामिल है। अभी इसके लिए शर्त दो वर्ष तक इंश्योरेंस वाली जॉब की है, जिसे घटाकर 78 दिन किया जा सकता है। अधिकारी ने बताया कि यह लाभ केवल एक बार दिए जाने की शर्त को भी हटाया जा सकता है।
ESIC के करीब 3.19 करोड़ सब्सक्राइबर
फॉर्मल सेक्टर के वर्कर्स के लिए ESI एक सेल्फ-फाइनैंसिंग हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम है और इसका प्रबंधन एंप्लॉयीज स्टेट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (ESIC) करता है। यह कम से कम 10 वर्कर्स वाली फैक्टरियों और प्रतिष्ठानों पर लागू होती है। ESIC के अभी लगभग 3.19 करोड़ सब्सक्राइबर हैं और इसके पास लगभग 91,444 करोड़ रुपये का फंड है। इसमें से लगभग 23,151 करोड़ रुपये रिजर्व फंड के लिए रखे गए हैं।
बड़ी संख्या में वर्कर्स को फायदा
नियमों में बदलाव से बड़ी संख्या में वर्कर्स को फायदा हो सकता है क्योंकि कोरोना वायरस के फैलने के कारण लॉकडाउन से बेरोजगारी बढ़ सकती है। एक अनुमान के अनुसार, कैपिटल गुड्स, टेक्सटाइल्स, सीमेंट, मेटल्स, रबड़ और इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री में लगभग 9 करोड़ नौकरियों का नुकसान हो सकता है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि ESIC सब्सक्राइबर्स एक कमजोर तबका है, संकट के दौर में इसे अधिक मुश्किलें हो सकती हैं। इस वजह से इन वर्कर्स को ऐसे लाभ की जरूरत है।
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