नई दिल्ली
इनकम टैक्स ऐक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स बचाने के लिए इक्विटि लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) या टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड्स की तलाश कर रहे हैं? हमने आपके लिए कुछ टैक्स बचाने वाले कुछ शानदार म्यूचुअल फंडों का चुनाव किया है। विभिन्न कसौटियों पर कसरते हुए नए साल में शानदार रिटर्न देने की क्षमता वाले ईएलएसएस या टैक्स बचाने वाले म्यूचुअल फंड की पहचान की गई है। ऐसी स्कीम्स की छंटनी करने में बहुत सावधानी बरती गई है।
हम मानते हैं कि पिछले रिटर्न पर भरोसा करना बेकार है। आपके पूरे निवेशकाल में कोई स्कीम हमेशा टॉप परफॉर्म करे, ऐसा असंभव होता है। हरेक स्कीम उतार-चढ़ाव के दौर से गुजरता है। इसलिए अच्छे से चुनकर पोर्टफोलियो में शामिल किए गए इन्वेस्टमेंट को थोड़ा वक्त देना जरूरी होता है। हां, अगर पर्याप्त वक्त मिलने के बाद भी कोई स्कीम अच्छा परफॉर्म नहीं करती है तो उसे पोर्टफोलियो से निकालने में हिचकना भी नहीं चाहिए।
जैसा कि आप जानते हैं कि सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स बचत के लिए ईएलएसएस फंड्स में निवेश अच्छा विकल्प होता है। अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और ज्यादा जोखिम उठाने को तैयार हैं तो आपको ईएलएसएस का रुख करना चाहिए। हालांकि, इन टैक्स बचत वाली स्कीम्स में पैसे डालने से पहले आपको इन बातों पर भी अच्छे से विचार कर लेना चाहिए।
पहली बात यह कि सिर्फ अच्छे रिटर्न की संभावना देखकर ईएलएसएस में निवेश नहीं करें। ईएलएसएस में निवेश तभी करें जब आप ज्यादा जोखिम उठाने को तैयार हैं। ध्यान रहे कि ईएलएसएस फंड निवेश का बड़ा हिस्सा शेयरों में लगाते हैं।
दूसरी बात, आपको पता होना चाहिए कि ईएलएसएस या टैक्स बचाने वाले म्यूचुअल फंड्स में कम-से-कम तीन साल का लॉक इन पीरियड होता है। यानी, आप तीन साल से पहले निवेश से निकल नहीं सकते। हालांकि, इसका मतलब यह भी नहीं है कि आपको बस तीन वर्षों के लिए ही निवेश बनाए रखना है। उचित अवधि तो पांच से सात वर्षों की होती है।
आखिरी बात, आप अपने ओवरऑल फाइनैंशल प्लान में ईएलएसएस को जरूर शामिल करना चाहिए। ईएलएसएस आपकी लंबी अवधि के लक्ष्यों को पूरा करने की क्षमता रखते हैं। मैंडेटरी लॉक इन पीरियड खत्म होते ही स्कीम से निकलने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। हां, आपने जिस वित्तीय लक्ष्य के लिए निवेश किया है, उसके लिए इसे भंजाने में कोई हर्ज नहीं है।
इन सब बातों पर विचार करने के बाद भी आप ईएलएसएस फंड्स में निवेश करने का मन बना चुके हैं तो आप इन विकल्पों का चयन कर सकते हैं...
1. मोतीलाल ओसवाल लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड
2. आदित्य बिरला सन लाइफ टैक्स रिलीफ 96
3. इन्वेस्को इंडिया टैक्स प्लान
4. ऐक्सिस लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड
5. मिराए ऐसेट टैक्स सेवर
6. डीएसपी टैक्स सेवर
इनकम टैक्स ऐक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स बचाने के लिए इक्विटि लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) या टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड्स की तलाश कर रहे हैं? हमने आपके लिए कुछ टैक्स बचाने वाले कुछ शानदार म्यूचुअल फंडों का चुनाव किया है। विभिन्न कसौटियों पर कसरते हुए नए साल में शानदार रिटर्न देने की क्षमता वाले ईएलएसएस या टैक्स बचाने वाले म्यूचुअल फंड की पहचान की गई है। ऐसी स्कीम्स की छंटनी करने में बहुत सावधानी बरती गई है।
हम मानते हैं कि पिछले रिटर्न पर भरोसा करना बेकार है। आपके पूरे निवेशकाल में कोई स्कीम हमेशा टॉप परफॉर्म करे, ऐसा असंभव होता है। हरेक स्कीम उतार-चढ़ाव के दौर से गुजरता है। इसलिए अच्छे से चुनकर पोर्टफोलियो में शामिल किए गए इन्वेस्टमेंट को थोड़ा वक्त देना जरूरी होता है। हां, अगर पर्याप्त वक्त मिलने के बाद भी कोई स्कीम अच्छा परफॉर्म नहीं करती है तो उसे पोर्टफोलियो से निकालने में हिचकना भी नहीं चाहिए।
जैसा कि आप जानते हैं कि सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स बचत के लिए ईएलएसएस फंड्स में निवेश अच्छा विकल्प होता है। अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और ज्यादा जोखिम उठाने को तैयार हैं तो आपको ईएलएसएस का रुख करना चाहिए। हालांकि, इन टैक्स बचत वाली स्कीम्स में पैसे डालने से पहले आपको इन बातों पर भी अच्छे से विचार कर लेना चाहिए।
पहली बात यह कि सिर्फ अच्छे रिटर्न की संभावना देखकर ईएलएसएस में निवेश नहीं करें। ईएलएसएस में निवेश तभी करें जब आप ज्यादा जोखिम उठाने को तैयार हैं। ध्यान रहे कि ईएलएसएस फंड निवेश का बड़ा हिस्सा शेयरों में लगाते हैं।
दूसरी बात, आपको पता होना चाहिए कि ईएलएसएस या टैक्स बचाने वाले म्यूचुअल फंड्स में कम-से-कम तीन साल का लॉक इन पीरियड होता है। यानी, आप तीन साल से पहले निवेश से निकल नहीं सकते। हालांकि, इसका मतलब यह भी नहीं है कि आपको बस तीन वर्षों के लिए ही निवेश बनाए रखना है। उचित अवधि तो पांच से सात वर्षों की होती है।
आखिरी बात, आप अपने ओवरऑल फाइनैंशल प्लान में ईएलएसएस को जरूर शामिल करना चाहिए। ईएलएसएस आपकी लंबी अवधि के लक्ष्यों को पूरा करने की क्षमता रखते हैं। मैंडेटरी लॉक इन पीरियड खत्म होते ही स्कीम से निकलने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। हां, आपने जिस वित्तीय लक्ष्य के लिए निवेश किया है, उसके लिए इसे भंजाने में कोई हर्ज नहीं है।
इन सब बातों पर विचार करने के बाद भी आप ईएलएसएस फंड्स में निवेश करने का मन बना चुके हैं तो आप इन विकल्पों का चयन कर सकते हैं...
1. मोतीलाल ओसवाल लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड
2. आदित्य बिरला सन लाइफ टैक्स रिलीफ 96
3. इन्वेस्को इंडिया टैक्स प्लान
4. ऐक्सिस लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड
5. मिराए ऐसेट टैक्स सेवर
6. डीएसपी टैक्स सेवर
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